PCOD Symptoms In Hindi - पीसीओडी क्या है

आज में इस लेख में आप लोगो के साथ PCOD के बारे में जानकारी देने वाली हु।100% महिला में से लगभग 80% महिला या तो लड़की को ये रोग होता है। पीसीओडी क्या हैं, पीसीओडी का फुल फॉर्म, पीसीओडी के लक्षण, पीसीओडी का घरेलू उपचार के बारे में आज आप साभिको बताऊंगी।

PCOD Symptoms In Hindi - पीसीओडी क्या है

What Is PCOD – PCOD Kya Hota Hai (PCOD Meaning):

PCOD की फूल फॉर्म ‘ Polycystic Ovary Disorder ‘। इस रोग में महिला के शारीर में पुरुष हार्मोन यानि एंड्रोजेन की मात्रा अधिक हो जाता हैं। इसे Ovary me cyst पैदा होते हैं। इसे गर्भधारण करने में दिक्कत होते हैं।

PCOD Ke Lakshan – पीसीओडी के लक्षण :

दूसरे रोग की तरह पीसीओडी होने पर भी बहत सारे लखन महिला के शारीर में देखा जाता है। जिसे देखकर आप कुछ बुरा होने से पहलेही Doctor से संपर्क करके, समय पर अगर दबाई लेंगे और अपना खयाल रखेंगे तो पीसीओडी ठीक किया जा सकता है। आइए चलिए जान लेते हैं पीसीओडी के लक्षण क्या है।
Irregular Period – अनियमित पीरियड होना।
• अचानक वजन बड़ जाना।
•शारीर में अधिक बालो का वृद्धि।
• Hair Fall यानी बाल झड़ जाना।
• Skin Oily हो जाना।
• पेट में दर्द होना।
•Increased blood pressure. 
Inability to conceive.
•  Insomnia 
•headache
• Mood Swing

PCOD Treatment At Home – पीसीओडी के घरेलू उपचार

पीसीओडी के ट्रीटमेंट के लिए पहले एक महिला चिकित्सक से परामर्श करके दवाइयों का सेवन करना बहुत ही ज्यादा जरूरी है डॉक्टर के मुताबिक अगर आप अपने खानपान दवाई और लाइफस्टाइल में चेंज इस लाएंगे तो यह रोग बहुत ही बड़ा होने से आप बच सकते हो।

बहुत सारे घरेलू नुस्खे अगर आप मानकर चलेंगे तो पीसीओडी का इफ़ेक्ट बहुत ही ज्यादा कम हो जाएगा।
• इस वजह से आपको आपके जीवन में या लाइफस्टाइल में परिवर्तन लाना पड़ेगा।
•किसी भी खाने में अतिरिक्त ऑयल का उपयोग ना करना
• सुभा या शाम को जॉगिंग करना। घर बैठे ब्याम या तो Exercise करना।
• खाने में चीनी या तो मीठा कम खाना।
• Egg, Milk, Paneer को diet में खाना चाहिए।
• Vegetables, Carrot, Beetroot खाना।
•stress कम करना।
• पर्याप्त मात्रा में नींद लेना।
• बजन को नियंत्रण में रखना।
•फाइबर, कार्बोहाइड्रेट ,प्रोटीन युक्त खाना जरूरी है।
•Cigarette, Alcohol जैसे चीज से दूर रहना।
•हमेशा खुश रहना।।

Read More : Nagpur Man Pregnant – 36 साल के उमर में Twin Baby

PCOD के लिए मेडिकल जांच

पीसीओडी के लिए कोई अलग से परीक्षा नही होता। आपको पीसीओडी है या नहीं उसके लिए आपके Irregular Period , अचानक वजन बड़ जाना, शरीर में अंदरूनी बाल का विकाश, Harmonal Changes के बारे में डॉक्टर देखकर आपको दबाई का सुझाब देंगे। इसे आपका पीसीओडी कंट्रोल में आयेगा।

लेकीन कुछ ऐसे medical test होते हैं जिससे आपका PCOD के लक्षण को पता लगाया जा सकता है।

  1. Pelvic Test - पेल्विक परीक्षण: पेल्विक परीक्षण के दौरान, डॉक्टर आपके प्रजनन अंगों में द्रव्यमान, वृद्धि या अन्य परिवर्तनों की जाँच कर सकते हैं।र
  2. Blood Test: रक्त परीक्षण हार्मोन के स्तर को माप सकते हैं।  इसके अलावा, आपके अन्य रक्त परीक्षण भी हो सकते हैं, जैसे फास्टिंग कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड स्तर।  ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट आपके शरीर की चीनी (ग्लूकोज) के प्रति प्रतिक्रिया को माप सकता है।
  3. Ultrasound -अल्ट्रासाउंड: अल्ट्रासाउंड आपके अंडाशय की उपस्थिति और आपके गर्भाशय की परत की मोटाई की जांच कर सकता है।  आपकी योनि में एक घूमने वाला उपकरण (ट्रांसड्यूसर) रखा जाता है।  ट्रांसड्यूसर ध्वनि तरंगें उत्सर्जित करते हैं जिन्हें कंप्यूटर स्क्रीन पर छवियों में अनुवादित किया जाता है।

यदि पीसीओडी परीक्षण के दौरान आपको इस समस्या का पता चलता है, तो डॉक्टर कुछ विशेष उपचार, आहार और जीवनशैली में बदलाव आदि का सुझाव देते हैं।


समय रहते अगर आप PCOD को कंट्रोल नही करेंगे तो आपको बहत सारे समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

•कभी भी मां नही बन पाना।

• Breast Cancer

• Dipression

• Miscarriage

•जरायू से रक्त खरन

Type 2 Diabetes or prediabetes

Endometrial cancer (cancer of the lining of the uterus)

Risk of metabolic syndrome

gestational diabetes and pre-eclampsia


Conclusion:

ऊपर बताया गया कोई भी लक्षण अगर आप दिखे या तो आपको महसूस हो तो PCOD से बचने के लिए तुरंत डॉक्टर के पास जाकर जांच करवाए। समय पर दबाई लेने से और Lifestyle में परिवर्तन लाने से PCOD जैसी हर एक रोग से बचा जा सकता है।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ